यदि आपको पार्किंसंस है तो क्या होगा?

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यदि आपको पार्किंसंस है तो क्या होगा?

पार्किंसंस एक न्यूरोलॉजिकल बीमारी है जो आमतौर पर उम्र बढ़ने के साथ होती है। यह बीमारी आपके मस्तिष्क के उन हिस्सों को प्रभावित करती है जो शरीर की हरकतों को नियंत्रित करते हैं।

पार्किंसंस की वजह से शरीर की मांसपेशियों में कांपना, शिथिलता और संतुलन की समस्या हो सकती है। अगर आपको पार्किंसंस है, तो इसके कुछ सामान्य लक्षण और प्रभाव निम्नलिखित हो सकते हैं।

यदि आपको पार्किंसंस है तो क्या होगा?

पार्किंसंस के लक्षण

  1. कांपना (Tremors)

पार्किंसंस का सबसे सामान्य लक्षण है कांपना, खासकर हाथों में। यह कांपना आमतौर पर आराम की स्थिति में ज्यादा होता है और इसे अक्सर “ट्रेमर” कहा जाता है। यह कांपना धीरे-धीरे बढ़ सकता है और अन्य अंगों को भी प्रभावित कर सकता है।

  • शिथिलता (Rigidity)

शरीर की मांसपेशियों में अकड़न और शिथिलता भी एक महत्वपूर्ण लक्षण है। इससे मांसपेशियों में दर्द हो सकता है और शरीर की गति में रुकावट आ सकती है। यह शिथिलता सामान्य गतिविधियों को भी मुश्किल बना देती है, जैसे कि उठना या चलना।

  • संतुलन की समस्या (Balance Problems)

पार्किंसंस से प्रभावित लोगों को संतुलन बनाए रखना कठिन हो सकता है। इसका मतलब है कि व्यक्ति को गिरने का खतरा बढ़ जाता है। धीरे-धीरे चलने और संतुलित स्थिति बनाए रखने में कठिनाई हो सकती है।

  • धीमी गति (Bradykinesia)

पार्किंसंस की बीमारी में शारीरिक गतिविधियाँ धीमी हो जाती हैं। इससे किसी भी काम को पूरा करने में अधिक समय लग सकता है। यह लक्षण धीरे-धीरे शुरू होता है और आमतौर पर धीरे-धीरे बढ़ता है।

पार्किंसंस का इलाज

  1. दवाइयाँ (Medications)

पार्किंसंस के लक्षणों को नियंत्रित करने के लिए कई प्रकार की दवाइयाँ उपलब्ध हैं। इन दवाइयों का उद्देश्य मस्तिष्क में डोपामिन का स्तर बढ़ाना होता है, जिससे लक्षणों में कमी आती है। आपके डॉक्टर आपकी स्थिति के अनुसार सही दवा का सुझाव देंगे।

  • शारीरिक चिकित्सा (Physical Therapy)

शारीरिक चिकित्सा पार्किंसंस से प्रभावित लोगों के लिए बहुत फायदेमंद हो सकती है। इसमें विशेष प्रकार के व्यायाम और गतिविधियाँ शामिल होती हैं जो मांसपेशियों को मजबूत बनाती हैं और संतुलन को बेहतर करती हैं। यह आपको चलने और रोजमर्रा की गतिविधियाँ करने में मदद करती है।

  • आहार और जीवनशैली (Diet and Lifestyle)

सही आहार और जीवनशैली भी पार्किंसंस के लक्षणों को नियंत्रित करने में सहायक हो सकती है। एक संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, और पर्याप्त नींद आपके समग्र स्वास्थ्य को बेहतर बनाती हैं और बीमारी के लक्षणों को कम कर सकती हैं।

  • सर्जरी (Surgery)

कुछ मामलों में, जब दवाइयाँ और शारीरिक चिकित्सा पर्याप्त प्रभावी नहीं होती, तो सर्जरी का विकल्प भी होता है। जैसे कि डीप ब्रेन स्टिमुलेशन, जिसमें मस्तिष्क के विशेष हिस्से को इलेक्ट्रोड्स द्वारा उत्तेजित किया जाता है। यह विकल्प आपके डॉक्टर की सलाह पर निर्भर करता है।

निष्कर्ष

पार्किंसंस एक चुनौतीपूर्ण स्थिति हो सकती है, लेकिन सही इलाज और देखभाल से आप इसके लक्षणों को नियंत्रित कर सकते हैं। अगर आपको या आपके किसी प्रियजन को पार्किंसंस के लक्षण दिखाई दे रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

डॉ नवीन तिवारी
परामर्श न्यूरोलॉजिस्ट।

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