दुनिया भर में कम से कम 4 करोड़ लोग मिर्गी की समस्या से पीड़ित है। मिर्गी कई बिमारियों का समूह है, इसमें रोगी को दौरे पड़ते हैं। लेकिन आज के समय यह बीमारी बच्चों में भी पाई जा रही है| जो बच्चे इस समस्या से पीड़ित है उनके माँ-बाप परेशान हो सकते है, लेकिन इस बीमारी का इलाज मौजूद है। बच्चों को इस बीमारी के लक्षण महसूस हो भी सकते है और नहीं भी, जिसको मिर्गी का दौरा पड़ता है वह बच्चा अपनी मांसपेशियों में ऐठन महसूस करता है और अपनी चेतना खो देता है।
मिर्गी एक दिमाग से संबंधित समस्या है। इस समस्या के कारण बच्चों को समय-समय पर दौरा पड़ता है। ये दौरे तब आते हैं, जब दिमाग में अचानक रासायनिक प्रक्रिया में परिवर्तन होता है। यह बदलाव सिर पर चोट लगने, संक्रमण, जन्म से पहले मस्तिष्क से जुड़ी समस्याओं के कारण भी हो सकता है। यूं तो मिर्गी का दौरा पड़ने की समस्या जीवन के किसी भी समय उत्पन्न हो सकती है, लेकिन बच्चों और 65 वर्ष से अधिक आयु के लोगों में यह सबसे अधिक पायी जाती है।
बच्चों में मिर्गी के लक्षण अलग अलग हो सकते हैं। मिर्गी के लक्षण विस्तार से जानने के लिए आगे पढ़े :-
बच्चों की उम्र के आधार पर मिर्गी के कारण अलग अलग हो सकते है। बच्चों को मिर्गी की समस्या होने के कई कारण हो सकते है।
मिर्गी के इलाज के लिए डॉक्टर कुछ सलाह दे सकते है।
मिर्गी का इलाज बहुत ही जरूरी है, मिर्गी से जुड़े आदिक जानकारी प्रप्त करने के लिए एशियाई न्यूरो सन्तरे पर सम्पर्क करे|
डायरेक्टर & कंसल्टिंग न्यूरोलोजिस्ट
एशियन न्यूरो सेंटर