गर्भावस्था के दौरान शरीर में होने वाले तमाम तरह के बदलाव के वजह से महिलाओं में तमाम तरह की समस्या उत्त्पन्न होती है। प्रेगनेंसी के दौरान माइग्रेन या गंभीर सिरदर्द की शिकायत अक्सर महिलाओं को होती है। दरअसल माइग्रेन एक प्रकार का सरदर्द है जिसमे सर के एक तरफ भीषण दर्द और तनाव का अनुभव होता है। आमतौर पर गर्भावस्था के दौरान होने वाले सर दर्द को ज़्यादा खतरनाक नहीं मन जाता है परंतु कुछ मामलो में गर्भावस्था के दौरान होने वाले सरदर्द काफी गंभीर हो सकते है। इस दौरान माइग्रेन के कुछ प्रमुख कारण हो सकते है जैसे हार्मोनल इम्बैलेंस, वजन में बदलाव, शरीर में खून की मात्रा में परिवर्तन, आदि।
महिलाओं के शरीर में हॉरमोनल इम्बैलेंस माइग्रेन का एक प्रमुख कारण मन जा सकता है। एस्ट्रोजन हॉर्मोन का असंतुलन शरीर में तेजी से होता है जिसकी वजह से ज्यादातर महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान माइग्रेन की समस्या से व्यतीत करना पड़ता है।
गर्भावस्था में माइग्रेन के लक्षण हर महिला में अलग-अलग हो सकते हैं। आमतौर पर महिलाओं में माइग्रेन की समस्या होने पर आंख के पीछले हिस्से और सिर की एक ओर गंभीर दर्द होता है। इसके अलावा गर्भावस्था के दौरान माइग्रेन की समस्या के लक्षण इस प्रकार से दिखाई देते हैं।
माइग्रेन की समस्या गर्भवती महिलाओं में अलग-अलग कारणों से हो सकती हैं| परंतु कुछ उपाय से आप माइग्रेन की समस्या से दूर रह सकते है जैसे:
अगर ऊपर दिए गए उपचारो से आपको आराम नई मिलता हैं तोह, अपने न्यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर से संपर्क करें और उनकी सलाह लें। डॉक्टर जांच के बाद आपको दवाओं के सेवन करना चाहिए |