बच्चो की रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत कमजोर होती है, जिसकी वजह से बच्चे आसानी से किसी भी रोग का शिकार बन सकते हैं। अगर आपके बच्चे को तेज सिर दर्द और स्किन रैश की समस्या होती है तो यह दिमागी बुखार हो सकता है। अगर इस बीमारी का समय पर इलाज न किया जाए तो यह गंभीर समस्या बन सकती है।
दिमागी बुखार की वजह से बच्चे और उसके माँ-बाप को कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है | ज़ाहिर सी बात है बच्चे को तकलीफ में देखर माँ-बाप को भी तकलीफ होती है| बच्चे को ज़्यादा दिक्कत न झेलनी पड़े इसलिए तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें |
डॉक्टर सही से बता सकेंगे की बच्चे की स्थिति ठीक है या ख़राब | कुछ बच्चे बिना इलाज के ही कुछ दिनों में ठीक हो जाते है परन्तु सवके साथ ऐसा नहीं होता बोहोत से बच्चो को इलाज की सख्त ज़रूरत होती है |
बच्चों में दिमागी बुखार के लक्षण उनके बैक्टीरिया पर निर्भर करते हैं। हालांकि, कुछ मामलों में हर बच्चे को अलग-अलग लक्षण महसूस हो सकते हैं। बच्चों के दिमागी बुखार के कुछ आम लक्षणो में शामिल हैं:
यदि किसी बच्चे को बुखार है, बीमार दिखाई देता है, और दाने विकसित हो जाते हैं, तो तुरंत चिकित्सा देखभाल लें। जिन शिशुओं में कोई भी लक्षण है जो दिमागी बुखार हो सकता है, उन्हें उन्हें तुरंत डॉक्टर की देखभाल मिलनी चाहिए।
डायरेक्टर & कंसल्टिंग न्यूरोलोजिस्ट
एशियन न्यूरो सेंटर