मिर्गी – ये एक सिस्टम का न्यूरोलॉजी डिसॉडर है। जिसकी वजह से बेहोशी आती है, या कोई भी काम करने में परेशानी होती है, व्यवहार में बदलाव का आना, या झनझनाहट, इसे मेडिकली सीजर्स भी कहते है। मिर्गी आम तौर पर बहुत कम लोगो को होती है पर ये किसी भी इंसान को हो सकती है चाहे वो महिला हो पुरुष हो या कोई बच्चा और ये किसी भी उम्र वालो को हो सकती है।
दौरे को नियंत्रित करने के लिए रोजाना दवा लेनी पड़ती है। 10 में से लगभग 8 मामलों में, दौरे को दवा द्वारा अच्छी तरह से नियंत्रित किया जा सकता है। कुछ मामलों में सर्जरी एक विकल्प हो सकता है।
मिर्गी को दवा से पूरी तरह से ठीक नहीं किया जा सकता है, लेकिन उपचार ज्यादातर लोगों के लिए दौरे को खत्म कर सकता है। आमतौर पर मिर्गी के निदान के बाद ही उपचार पर विचार किया जाता है जो आमतौर पर किसी के बार-बार दौरे पड़ने के बाद होता है। एक विशेषज्ञ द्वारा निदान किया जाना चाहिए, अधिमानतः मिर्गी में विशेषज्ञता के साथ। मिर्गी की बीमारी के लिए सबसे पहले ऐंटी-सीजर दवाओं का उपयोग किया जाता है| इससे दौरा पड़ने की गति कम होती है|
मध्य प्रदेश में मिर्गी के सबसे अच्छे इलाज के लिए एशियन न्युरों सेंटर पर सम्पर्क करे क्योंकि, यहाँ आपको सही परामर्श के द्वारा इससे बचने के और इसके लिए ज़रूरी ध्यान रखने वाले निर्देश दिए जाते हैं | आपको डाक्टर अपने संरक्षण में रखते हैं जिससे कि आपको असमय होने वाले किसी भी दौरे के समय सही इलाज़ दिया जा सके |
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परामर्श न्यूरोलॉजिस्ट।