भुलने की बीमरी जिसे अल्जाइमर कहा जाता है। ये बीमरी ब्रेन सेल्स में असामान्य प्रोटीन बनने की वजह से होती है। इस बीमरी की वजाह बढ़ती उमर भी मानि जा सकती है क्योंकि आम तौर पर अल्जाइमर बुजुर्ग मारिजो में पाई जाने वाली बीमरी है। यह बीमरी मन के सोचने की छमता को काफ़ी हद तक प्रभाव करती है। अत: इसके लक्षण वा प्रभाव समय के साथ बढ़ते ही जाते हैं जिसके कारण से मेरीज की स्थिति और खराब होती जाती और वह ममुली चीज याद रखने में भी संघर्ष करता है।
अल्जाइमर के लक्षण कुछ इस प्रकार है:
भूलते की बीमारी जिसे अल्जाइमर भी कहा जाता है उसके कई चरण होते है अतः ये बीमारी की गंभीरता पर निर्भर करता बाकि मरीज किस चरण के अल्जाइमर से जूझ रहा है।
अल्जाइमर का इलाज में कई दवाई है जो कारीगर साबित हुई है एवम इस बीमारी का ठीक तरीके से इलाज होना बोहोत आवश्यक है। आम तौर पर अल्जाइमर का पता होते हुए भी मरीज डॉक्टर को दिखाने नही जाते आम शब्दों में वह इस बीमारी को हल्के में लेलेते है और आगे जा कर यह बीमारी बोहोत ही नुकसायेदान बन जाती है। जैसे ही अल्जाइमर्स की पुष्टि हो वैसे ही इस बीमारी के उपचार में लग जाना चाहिए।
डायरेक्टर & कंसल्टिंग न्यूरोलोजिस्ट
एशियन न्यूरो सेंटर