बड़े लोगो को ही नही बल्कि बच्चों को भी सिरदर्द हो जाता है। स्ट्रेस या आंखों की रोशनी कम होने के कारण बच्चो को सिरदर्द हो जाता है। यदि आप बच्चो में सिरदर्द के लक्षण पता कर लें तो इसे ठीक करने में काफी हेल्फ मिल सकती है। आज के इस पोस्ट में हम आपको बताएंगे कि बच्चों में सिरदर्द क्यों होते है और किस प्रकार इससे बचा जा सकता है।
बच्चो में सिर दर्द होने के निम्नलिखि कारण हो सकते है :–
स्ट्रेस और एंग्जायटी के करण से भी बच्चों को सिरदर्द हो सकता है। स्कूल या फिर किसी और चीज की चिंता से बच्चों को सिरदर्द ट्रिगर हो जाता है। कुछ खास तरह के फूड्स भी सिरदर्द को ट्रिगर करते हैं। कैफीनयुक्त चीजें जैसे कि सोडा , काफी और चाय के वजह से भी सिरदर्द हो सकता है।
बच्चे को सिरदर्द होना चिंता की बात है कई बार बच्चों को अपने माता-पिता से माइग्रेन की बीमारी मिलती है। मस्तिष्क में किसी प्रकार का दिक्कत होने पर भी सिरदर्द हो सकता है। ब्रेन में ब्लीडिंग, फोड़ा या ट्यूमर होने पर ऐसा हो सकता है।
ज्यादातर मामलों में डिहाइड्रेशन या स्ट्रेस जैसे आम कारणों के वजह से ही बच्चे में सिरदर्द के लक्षण देखे जाते है परंतु आराम करने पर यह ठीक हो जाता है। वैसे तो, अगर बच्चे को महीने में एक बार से ज्यादा बार सिरदर्द हो रहा है, पूरी नींद लेने पर भी उठने पर सिरदर्द हो रहा है और दर्द लगातार बना हुआ है या समय के साथ दर्द और ज्यादे बढ़ता जा रहा है, बच्चा बेसुध हो गया है या मतली, चक्कर आने और गर्दन में दर्द जैसे लक्षण भी दिख रहे है तो आपको बच्चे को बिना देरी किए डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए ।
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