एमियोट्रोफिक लैटरल स्लेरोसिस रोग एक बढ़ता न्यूरोलॉजिकल डिजीज (तंत्रिकीय रोग) है। जों मोटर न्यूरोन स्नायु कोशिकाओं कों प्रभावित करती है। यह नसों से संबधित रोग होता है। जब मोटर न्यूरॉन्स को किसी तरह का नुकसान पहुंचता है, तो वे मांसपेशियों को संदेश भेजना बंद कर देते है। जिसकी वजह से धीरे – धीरे मांसपेशियां काम करना बंद कर देती हैं। जैसे कि इस बीमारी में व्यक्ति के शरीर में कमजोरी होने लगती है साथ ही हाथों और बाजुओं में नियंत्रण खत्म होने लगता है।
ए.एल.एस एक ऐसी बीमारी है जिसके कारण मोटर न्यूरॉन्स पूरी तरह से ख़राब और बिगड़ जाते हैं। मांसपेशियों के माध्यम से मोटर न्यूरॉन्स मस्तिष्क से लेकर रीढ़ की हड्डी तक फैले होते हैं। अगर मोटर न्यूरॉन्स में किसी भी तरह की दिक्कत होती है तो वे मांसपेशियों को संदेश भेजना बंद कर देते है। यह बीमारी 5-10 % लोगों को जेनेटिक होती है और बाकि 90-95 % लोगों को किसी और कारण से हो सकता है।
ए.एल.एस के लक्षण कई प्रकार के होते हैं, जिसके आधार पर न्यूरॉन्स ख़राब होते हैं। यह अक्सर मांसपेशियों की कमजोरी से शुरू होता है जो समय के साथ फैलता और बिगड़ता है।
इन सब के अलावा बोलने में दिक्कत और लगातार थकान / ऐंठन कि शिकायत आने की समस्या हो सकती है। इस बीमारी से पीड़ित लोगों को देखने, स्वाद लेने, सुनने, सूंघने या स्पर्श करने की क्षमता को प्रभावित नहीं करता है।
यदि यह सब लक्षण आपको दिखाई दे रहे है तो अपने नज़दीकी न्यूरोलॉजिस्ट से सम्पर्क करे| एमियोट्रोफिक लैटरल स्लेरोसिस से संबंधित अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए एशियन न्यूरो सेंटर पर सम्पर्क करे|
डायरेक्टर & कंसल्टिंग न्यूरोलोजिस्ट
एशियन न्यूरो सेंटर